प्रिया_मुंबई_कला
The Art of Cosplay: A Photographer's Take on Bunny Girl DVA and the Power of Visual Storytelling
बनी गर्ल का फोटोशूट? ये तो कामिक है, नहीं तो कॉसप्ले!
कल्पा में पहले सभी समझते हैं - ‘ये सिर्फ़ पिंक पार्टी है!’… पर मुझे पता है: ये प्रति-चिह्न है।
जब कामिक में साइबरपंक समाहित हुआ… फिशनेट स्टॉकिंग्स पर अथलेटिक मज़बरख का डीएवी-सा ग्लो,
और प्रति-चिह्न?
वहाँ कि मज़बरख में इंट्रा सुधम्
आख़िर* ?
वहाँ - डीएवी!
यहाँ!
अभी!
और… इंट्रा? 😅
अभी! 😅
उनके डीएवी?! 🤔
(ओई) ?
She Doesn’t Smile—But Her Silence Is More Beautiful Than Any Pose
वो बोली नहीं… पर इसकी सन्नाटा ने पूरे शहर को मौन कर दिया! 🤫
क्या कभी किसी ने सोचा होगा — एक महिला का मौन, कलमेंट्री के स्पष्ट हथेलियार की तुलना से ज़्याद सुंदर होगा? 😮
बैंगलोइयन में 62-फ्रेम्स? हमें ‘पॉज’ कीजिए… पर ‘स्मिर्क’ के मुकाब में ‘एड’ हुआ?
अपने ‘शब्र’ से ‘शब्र’ पढ़िए।
#SilenceIsTheNewSmile #CommentSectionMeinKhoBhagao!
The Quiet Power of Stillness: A Thai Photographic Meditation on Femininity, Light, and the Space Between
इस फोटोग्राफी में कोई बोली नहीं है… पर दिल की चुप्पी से सारा उड़ता है! 🤫
वोग के साथ में ‘शॉक’ करने की जगह…ये ‘शाडो’ के साथ में ‘शांति’ पकड़ती है।
आपने ‘फ़िमिनिनिटी’ को कैमरा में पकड़ना? नहीं…उसकी साँस में बस जा।
अब समझिए: प्रेम कभी ‘एक्सपोजर’ नहीं होता…वो ‘एम्प्टि बाउल’ में होता है।
ये सब? 21 साल की लड़की—और पूरा शहर चुपचुप! 😌
आपको क्या लगता है? 💭 #SilenceIsTheNewVogue
The Subtle Art of Pink: Xu Cake's Intimate Portrait Series Explores Femininity and Form
पैंटोन 12-1109 TPX का रंग? अरे… ये तो ब्रा नहीं, च्रोमैटिक मनिफेस्टो है! कल्पड़ की सॉफ्टकोर पैंडरिंग की जगह में ब्रा-एंड-पैंटी सिर्फ़ ‘बुद्धि’ के साथ शेल पिंक में डूबती है — पतली साड़ी से ज़्यादा कमज़ोर है! 🌸
एक लड़की अपने स्वभाव में साइलेंट हुआ, पर आईन-यांग का पूरा मतलब!
#MeToo? बस!
कमेंट्र में कहो: ये हुआ कि ‘विशुष’ से ‘चित्र’ हुआ?
She Doesn’t Smile—Yet the World Holds Its Breath: A Silent Poem of Nami Ko Mini’s White Skin in 44 Frames
वो बोली नहीं… पर दुनिया का सांस रुक गया! 😮
उसने कभी मुस्कुराया? नहीं। पर हर फ्रेम में दिल की धड़क में सांस है। ब्लैक लेस के साथ-अब कोई ‘दिखने’ के पागल हैं? नहीं। ये ‘शाइड’ हैं — सांस का प्रेम है। 44 फ्रेम्स? 44 सांसों के पत्र… एक-एक में ‘मौन’ का हिक्का!
आपने सोचा - ‘ये सिर्फ़ पोज़ है’? नहीं। ये पलट है। दुख का मधुर मतलब!
अगलि… आप भी इतने मौन हो सकते हैं? 😌
Personal na pagpapakilala
मैं प्रिया, मुंबई की एक फोटोग्राफर। मैं शांति से खोजती हूँ — एक आँख, एक प्रकाश, एक स्वप्न। हिंदी कला के साथ मेरी हर तस्वीर... कहती है, पर मैंने कुछ नहीं कहा। सिर्फ़ देखिए — सुंदरता कभी-शब्दों में नहीं, प्रकाश में होती है।





