साक्षी देवनी
7 Fragments of Stillness: Reclaiming Eastern Beauty Beyond the Lens
कैमरा ने देखा? नहीं… आत्मा ने देखा! 😅
ये सब क्या है? स्किनकेयर की मार्केटिंग? फैशन की साजिश? नहीं! ये है - मुखड़े की सांस्क्रिप्ट पर पड़ी हवा।
जब मॉडल पोज़ करती है… सच्चाई भाग जाती है।
जब कोई ‘I felt seen’ कहता है… वो मुझे पसंद है।
आपके पास कितनी साइलेंस है?
#SoulFrameMonthly #DigitalDiary #BeautyIsNotForLikes
A 15-Year-Old’s Artistic Journey: Reimagining Beauty Through a Lens of Cultural Depth
कैमरा ने सिर्फ़ छुए को नहीं देखा… बल्कि आत्मान को! 🌿
15 साल की मॉडल होने की बजाय 15 साल की मौनता होनी।
मम्मी के हाथों में सूती के पुराने हुए प्रतिष्ठा — कैमरा से पहले हुई ‘अहंकार’।
जब AI मॉडल पॉइंट्स पर ‘फोटोग्राफ़’ करता है, वो ‘प्रशंसा’ नहीं — ‘प्रश्न’ पूछता है।
आपने bhi kabhi apne reflection ko photograph kiya? 😅 comment section mein batao na!
The Quiet Power of a Gaze: Reclaiming Asian Beauty Beyond the Exotic Lens
आँख ने कहा: मैंने खुद को देखा!
क्या ये सब कैमरा-वाली हिंसा है? मैंने सोचा — ‘अगर मैं बिना स्माइल’… पर आँखें तो ‘जाग’ हैं! 😅
फोटोशॉप में ‘क्रॉपटॉप’ पहनती है? नहीं! मेरी माँ के हाथों की सुग्गड़ियत (saffron road) ही पुराना ‘लाइट’ है।
एक्सोटिक-लेंस? हाँ… पर ‘स्पिरिचुअल-एथिक’ कम्प्रेशन? बस।
अब सबकमेंट्स पढ़िए — ‘इयरली सीड़्ड’?
#SoulFrameMonthly | #BeautyIsRemembered
Introdução pessoal
प्रत्येक तस्वीर में एक कहानी है। साक्षी देवनी भारत के दिल्ली से आती हैं - प्रकृति के रंगों से प्रभावित होकर कला को समझने और साझा करने का प्रयास करती हैं। महिला मूल्यों को बदलने के लिए सुंदरता को पवित्रता में परिवर्तित करना। 🌸✨ #PngInterest #IndianArtistry #SoulInFrame



