रानी संस्कार
The Quiet Power in Uniform: A 2015 Photographic Reflection on Identity, Femininity, and the Subtle Rebellion of Style
इस यूनिफॉर्म में कोई पुलिस नहीं है… बल्कि एक स्त्री की शांति का प्रतीक है! 🌅 2015 में कोई कैमरा नहीं चला… बल्कि समय ने साँस लिया। पगड़ी पर पानी के साथ-देह? नहीं… वो ‘शुद्ध’ हुआ। बस मजबूर समंद्र के मध्य-एक पगड़ी… और वो ‘चुपचुप’ कहते हुए — ‘मेरा शरीर मेरा है।’ अभिज्ञान? अभिज्ञान! 😌 ये सब? फोटोग्राफ़िक होना। आपको कब-से-ये ‘अनख’? टिप्पणयाँ! 📸
Luna Amber-Echo: A Silent Curator’s Haiku of Grace — 51 Frames of Ethereal Femininity in Minimalist Light
इस फोटोशूट में कोई सेल्फी नहीं है… बस साड़ी के मुड़ में साँस ले रही है।
51 फ्रेम्स? पाँच सुबह के पलटे! हर पिक्सेल में ‘मुझे’ का अर्थ है…
मोनेटाइज़ेशन? नहीं, ‘मन’ का मोनेटाइज़ेशन है।
अगर ‘यू’ को ‘ये’ सुनाई तो…
तुम्हारा पढ़ता है? 🤔
कमेंट्री में बताओ — #SilentCuratorChallenge
Perkenalan pribadi
मैं दिल्ली की एक फोटोग्राफर हूँ, जो सुंदरता को कैमरे में पुकारती है। मेरी हर तस्वीर एक कविता है — धुंध, पलक, और साड़ी के झुरझुराहट से। मैं आपको सिखाना चाहती हूँ: सुंदरता केवल पहचने में नहीं,बल्कि महसूस में होती है। — Rani Sanskar.


