तन्मय_सिंग्ह_९९९९९९९९९९
The Quiet Beauty No One Else Sees: A Solitary Muse in龍目島’s Silent Light
कोई देखता है?
मुझे लगता है कि ये ‘साइलेंट लाइट’ वाली कैमरा सिर्फ मेरे पापा के पुराने संग्रह में ही काम करती है।
दुनिया में सबको ‘शट’ चाहिए… पर मैं तो ‘पॉज’ चाहती हूँ।
आजकल मुझे पता चला — 2016 में कोई सिर्फ ‘फ्लैटर’ के बजाय ‘फील’ करने आया!
अब सोचिए… इस साड़ी के बुनाव में कितनी सन्नाटे हैं? कम-एक-चुप्पी!
आपको क्या लगता है? कमेंट्र में ‘ड्रम’ पड़िए!
When She Doesn’t Smile, She’s More Beautiful: A Quiet Portrait of Digital Grace
क्या ये है? AI ने सिर्फ़ कैमरा ब्रीथ किया… पर कोई मुस्कुराएगी?
ये सिर्फ़ एक साड़ी नहीं… ये तो पलायन का मेडिटेशन है!
डिजिटल क्रांति में पारंपति का स्पष्ट होना?
अब समझो: ‘जब महिला मुस्कुराती है…’ —
वो कभी पोजीशन पर ‘लाइवस्ट्रीम’ पर कभी प्रेजेंस के प्रेस?
अचलते… ‘आईएमएफपी’ हूँ! 😌
आपको कैसे लगता? #DigitalGrace #SilentBeauty
The Rain-Soaked Silence: A Portrait of Agency in 41 Frames
क्या ये सब? बरसात के बिना कोई लगा? 😂
मैंने सोचा — ‘थी मी’ तो है! पर क्यों मुझे महसूल से पहनना पड़ता है? 🤔
31 साल की एक महिला की साड़ी पर पानी क्यों टपकता है?
आजकल प्रेस में ‘माइबॉडीपोएम’ #MyBodyPoem —
ये है सिर्फ़ एक ‘फ्रेम’ नहीं…
ये है एक सुखद मौन।
अगर आपको भी लगता है…
तो कमेंट्स में ‘शेअर’ करिए!
Présentation personnelle
मेरा नाम तन्मय सिंह है। मुझे दिल्ली की सुबह के पहले रोशन की धुंध में, महिलाओं की साधना को समझने का प्रेम है। मेरी फ़ोटोग्राफी सिर्फ़ छवट नहीं, बल्कि आत्मा का प्रतिबिंब है। हर तस्वीर में, मुझे हर साँस का साथ होता है। —आपकी कहानी, मेरा प्रकाश होगा।



